शाहिद अक्सर अपने भाई को बेटे की तरह ट्रीट करते हैं। शाहिद संग अपनी बॉन्डिंग पर ईशान कहते हैं, ' मुझे याद है जब मैं छोटा था, तो उस वक्त मेरे पास एक प्यारा-सा कुत्ता हुआ करता था। एक दफा उसके साथ खेलते-खेलते उसने मुझे काट लिया। बहुत खून बहा, उस वक्त तक शाहिद एक स्टार बन चुके थे। उन्हें मेरी हालत देखकर डर भी लग रहा था कि कहीं मुझे इन्फेक्शन न हो जाए। गाड़ी में बैठा कर वह मुझे डॉक्टर के पास लेकर गए और रास्ते भर मुझ पर चिल्ला कर समझा रहे थे कि किस तरह की गैर जिम्मेदाराना हरकत कर ली मैंने। उस वक्त वह बहुत घबरा गए थे। ऐसे और भी कई वाकिये रहे हैं, जहां शाहिद ने मुझे बतौर पिता की तरह प्यार दिया है।'
ईशान ने आगे कहा, 'उड़ता पंजाब की बात करें, तो शाहिद नहीं चाहते थें कि मैं उस फिल्म में सहायक निर्देशक बनूं। दरअसल शाहिद अपने रोल में इस कदर डूबे हुए थे कि उन्हें किसी तरह का डिस्ट्रैक्शन पसंद नहीं था, लेकिन मैं भी उस फिल्म से जुड़ने की जिद करने लगा। मैंने उनसे कहा था कि मैं सीखना चाहता हूं, साथ ही मैं अपना खयाल रखूंगा, आपसे दूर रहूंगा और आपको कोई तनाव नहीं दूंगा। तब जाकर मुझे उन्होंने इसकी इजाजत दी। इसी बीच मैंने हैंडपंप का पानी पी लिया था और मुझे टाइफॉइड हो गया। मैं शूटिंग के वक्त भाई के साथ नहीं रहता था। शूटिंग के आखिरी दिनों मेरे खड़े रहने तक की हालत नहीं थी, तब उन्होंने मुझे अपने होटेल रूम में रखा और मेरा खयाल रखने लगे। मेरे सिर पर रात भर ठंडे पानी का कपड़ा रखते और मुझे दवा देकर शूटिंग करने चले जाते। फिर बाद में उन्होंने मुंबई भिजवा दिया।' एक बड़े भाई का प्यार और फिक्र देखकर मैं इमोशनल हो गया था।'
Source : navbharattimes[dot]indiatimes[dot]com
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