कोलकाता
ग्रुप चरण में टॉप पर रहने के वाली पूर्व चैंपियन टीम सनराइजर्स हैदराबाद और 2 बार की चैंपियन कोलकाता नाइट राइडर्स के बीच आज (शुक्रवार) आईपीएल-11 का दूसरा क्वॉलिफायर मुकाबला खेला जाएगा। जो टीम जीतेगी, वह मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी वाली चेन्नै सुपर किंग्स के खिलाफ फाइनल में खिताब के लिए भिड़ेगी।
केन विलियमसन के नेतृत्व में खेल रही हैदराबाद टीम ग्रुप चरण में 14 मैचों के बाद शीर्ष पर रही थी लेकिन टीम को आखिरी चार मैच में हार का सामना करना पड़ा, इनमें कोलकाता के खिलाफ क्वॉलिफायर-1 में मिली दो विकेट की हार भी शामिल है। दिनेश कार्तिक की कप्तानी वाली कोलकाता ने पिछले लगातार चार मैच जीते हैं जिनमें एलिमिनेटर में राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ मिली 25 रन की जीत भी शामिल है।
कोलकाता की फॉर्म शानदार
3 बार की चैंपियन मुंबई इंडियंस से मिली 102 रन की करारी हार के बाद कोलकाता ने पीछे मुड़कर नहीं देखा है। बुधवार को उसने 51 रन पर चार विकेट गंवाने के बावजूद आंद्रे रसल के 25 गेंदों पर बनाए गए 49 रन की शानदार पारी के दम पर 7 विकेट पर 169 रन का स्कोर बनाया और फिर राजस्थान को 25 रनों से हराकर क्वॉलिफायर-2 में जगह बना ली।
अगर चोट की समस्या नहीं होती है तो कार्तिक के लिए टीम में बदलाव करने की संभावना नहीं है। टीम के सबसे सफल कप्तान गौतम गंभीर के जाने के बाद टीम की अगुआई कर रहे कार्तिक बेहतरीन फॉर्म में हैं और अब तक 54.44 के औसत से 15 मैचों में 490 रन बना चुके हैं। सलामी बल्लेबाज सुनील नरेन और आंद्रे रसल से भी काफी उम्मीदें रहेंगी। गेंदबाजी में कुलदीप यादव, पीयूष चावला और युवा पी. कृष्णा कमाल कर सकते हैं।
हैदराबाद की ताकत बोलिंग
दूसरी तरफ हैदराबाद की गेंदबाजी टूर्नमेंट में बेहद शानदार रही है और उसके पास गेंदबाजी में कई सारी विविधता है। चेन्नै सुपर किंग्स के खिलाफ हुए मैच में भुवनेश्वर कुमार, सिद्वार्थ कौल और राशिद खान ने बेहतरीन गेंदबाजी की थी। राशिद ने उस मैच में चार ओवर में केवल 11 रन खर्च किए थे और कोलकाता को अब उनसे सावधान रहना होगा।
हैदराबाद की बल्लेबाजी उसके कप्तान केन विलियमसन पर काफी निर्भर करती है। विलियमसन खुद मोर्चा संभाले हुए हैं। कैप्टन विलियमसन 15 मैचों में अब तक 685 रन बना चुके हैं। इसके अलावा हरफनमौला खिलाड़ी कार्लोस ब्रैथवेट भी फार्म में लौट आए हैं जिन्होंने पिछले में बल्ले और गेंद से शानदार प्रदर्शन किया था।
कोलकाता का पलड़ा भारी
कोलकाता और हैदराबाद के बीच भिड़ंत की बात करें तो पलड़ा केकेआर का भारी नजर आता है। आईपीएल में अब तक दोनों टीमों के बीच कुल 14 मुकाबले खेले गए हैं। इस दौरान 9 बार SRH जीतने में सफल रहा, जबकि केकेआर के पक्ष में 5 रहे हैं। हालांकि इस सीजन में दोनों टीम नए कप्तानों के नेतृत्व में खेल रही हैं।
पिच पर टर्न संभव
यह देखना दिलचस्प होगा कि दोनों टीमों के स्पिनर ईडन गार्डन्स के विकेट पर कितना असर दिखा पाते हैं। पिच में टर्न होने की पूरी संभावना है और साथ ही ओस भी पड़ने की उम्मीद है। इसलिए जो भी टीम टॉस जीतेगी वह बल्लेबाजी करना पसंद करेगी। लीग चरण में इस मैदान पर हैदराबाद कोलकाता को पांच विकेट से हरा चुका है।
ग्रुप चरण में टॉप पर रहने के वाली पूर्व चैंपियन टीम सनराइजर्स हैदराबाद और 2 बार की चैंपियन कोलकाता नाइट राइडर्स के बीच आज (शुक्रवार) आईपीएल-11 का दूसरा क्वॉलिफायर मुकाबला खेला जाएगा। जो टीम जीतेगी, वह मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी वाली चेन्नै सुपर किंग्स के खिलाफ फाइनल में खिताब के लिए भिड़ेगी।
केन विलियमसन के नेतृत्व में खेल रही हैदराबाद टीम ग्रुप चरण में 14 मैचों के बाद शीर्ष पर रही थी लेकिन टीम को आखिरी चार मैच में हार का सामना करना पड़ा, इनमें कोलकाता के खिलाफ क्वॉलिफायर-1 में मिली दो विकेट की हार भी शामिल है। दिनेश कार्तिक की कप्तानी वाली कोलकाता ने पिछले लगातार चार मैच जीते हैं जिनमें एलिमिनेटर में राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ मिली 25 रन की जीत भी शामिल है।
कोलकाता की फॉर्म शानदार
3 बार की चैंपियन मुंबई इंडियंस से मिली 102 रन की करारी हार के बाद कोलकाता ने पीछे मुड़कर नहीं देखा है। बुधवार को उसने 51 रन पर चार विकेट गंवाने के बावजूद आंद्रे रसल के 25 गेंदों पर बनाए गए 49 रन की शानदार पारी के दम पर 7 विकेट पर 169 रन का स्कोर बनाया और फिर राजस्थान को 25 रनों से हराकर क्वॉलिफायर-2 में जगह बना ली।
अगर चोट की समस्या नहीं होती है तो कार्तिक के लिए टीम में बदलाव करने की संभावना नहीं है। टीम के सबसे सफल कप्तान गौतम गंभीर के जाने के बाद टीम की अगुआई कर रहे कार्तिक बेहतरीन फॉर्म में हैं और अब तक 54.44 के औसत से 15 मैचों में 490 रन बना चुके हैं। सलामी बल्लेबाज सुनील नरेन और आंद्रे रसल से भी काफी उम्मीदें रहेंगी। गेंदबाजी में कुलदीप यादव, पीयूष चावला और युवा पी. कृष्णा कमाल कर सकते हैं।
हैदराबाद की ताकत बोलिंग
दूसरी तरफ हैदराबाद की गेंदबाजी टूर्नमेंट में बेहद शानदार रही है और उसके पास गेंदबाजी में कई सारी विविधता है। चेन्नै सुपर किंग्स के खिलाफ हुए मैच में भुवनेश्वर कुमार, सिद्वार्थ कौल और राशिद खान ने बेहतरीन गेंदबाजी की थी। राशिद ने उस मैच में चार ओवर में केवल 11 रन खर्च किए थे और कोलकाता को अब उनसे सावधान रहना होगा।
हैदराबाद की बल्लेबाजी उसके कप्तान केन विलियमसन पर काफी निर्भर करती है। विलियमसन खुद मोर्चा संभाले हुए हैं। कैप्टन विलियमसन 15 मैचों में अब तक 685 रन बना चुके हैं। इसके अलावा हरफनमौला खिलाड़ी कार्लोस ब्रैथवेट भी फार्म में लौट आए हैं जिन्होंने पिछले में बल्ले और गेंद से शानदार प्रदर्शन किया था।
कोलकाता का पलड़ा भारी
कोलकाता और हैदराबाद के बीच भिड़ंत की बात करें तो पलड़ा केकेआर का भारी नजर आता है। आईपीएल में अब तक दोनों टीमों के बीच कुल 14 मुकाबले खेले गए हैं। इस दौरान 9 बार SRH जीतने में सफल रहा, जबकि केकेआर के पक्ष में 5 रहे हैं। हालांकि इस सीजन में दोनों टीम नए कप्तानों के नेतृत्व में खेल रही हैं।
पिच पर टर्न संभव
यह देखना दिलचस्प होगा कि दोनों टीमों के स्पिनर ईडन गार्डन्स के विकेट पर कितना असर दिखा पाते हैं। पिच में टर्न होने की पूरी संभावना है और साथ ही ओस भी पड़ने की उम्मीद है। इसलिए जो भी टीम टॉस जीतेगी वह बल्लेबाजी करना पसंद करेगी। लीग चरण में इस मैदान पर हैदराबाद कोलकाता को पांच विकेट से हरा चुका है।
Source : navbharattimes[dot]indiatimes[dot]com
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